ग्रामीण क्षेत्रो में सामुदायिक सद्भाव एवं शांति बनाये रखने, उन्हें आत्मनिर्भर और अनुशासित, आत्म सुरक्षा और अपराधो को रोकने के लिए वर्ष 1947 में प्रांतीय रक्षक दल का गठन किया गया | वर्ष 1952 में भौतिक संस्कृति परिषद् का प्रांतीय रक्षक दल में विलय कर दिया गया जिसके फलस्वरूप ग्रामीण खेल कूद, जिम के माध्यम से शारीरिक विकास एवं और युवा आन्दोलन के सुदृढीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया |
ग्रामीण युवाओ के समग्र विकास के लिए निदेशालय द्वारा निम्नलिखित योजनाये संचालित की जा रही है :